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वह अलौकिक वस्त्रों की कामना करता है

wo alaukik vastron ki kamna karta hai

अनुवाद : सरिता शर्मा

विलियम बटलर येट्स

अन्य

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विलियम बटलर येट्स

वह अलौकिक वस्त्रों की कामना करता है

विलियम बटलर येट्स

और अधिकविलियम बटलर येट्स

    अगर मेरे पास स्वर्ग के बूटेदार वस्त्र होते,

    सोने और चाँदी के प्रकाश से बने,

    नीले और हल्के और गहरे रंग के वस्त्र

    रात और प्रकाश और आधे प्रकाश के,

    मैं वे वस्त्र तुम्हारे पैरों तले बिछा देता

    मगर, मुझ ग़रीब के पास बस मेरे सपने हैं;

    मैंने अपने सपने तुम्हारे पैरों तले बिछा दिए हैं;

    धीमे चलो क्योंकि तुम मेरे सपनों पर चल रही हो।

    स्रोत :
    • पुस्तक : विश्व की श्रेष्ठ कविताएँ (पृष्ठ 32)
    • रचनाकार : विलियम बटलर येट्स
    • प्रकाशन : इंडिया टेलिंग
    • संस्करण : 2020

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