अनुवांशिकता
anuvanshikta
अनुवांशिक लक्षण
बड़े विलक्षण होते हैं
नैसर्गिक रूप से
एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में
स्थानांतरित होते हैं।
अच्छे सेहतमंद माँ-बाप के
बच्चों को उनके माँ-बाप की तरह
अच्छा और सेहतमंद पाया जाना आम है
ऐसा होना कुदरती है
वैज्ञानिक और मानवशास्त्री से लेकर
आम आदमी का यही मानना है।
जिस तरह
देश के थोड़े से घरों में
इफ़राद अमीरी क़ायम है
उसी तरह
देश के बहुत बड़े आदिवासी हिस्सों में
बेहिसाब ग़रीबी का आलम है
कई इलाकों में
भूख, ग़रीबी और बीमारी का साम्राज्य है
इन इलाकों में पैदा होने वाले
पलने वाले
और
किसी तरह बढ़ने वाले बच्चे
उतने ही कमजोर, बीमार और हड़ियल दिखते हैं
जितने कि उनके माँ-बाप।
तमाम जीव वैज्ञानिकों और मानवशास्त्रियों
से करबद्ध प्रार्थना है
कि वे
आदिवासी बच्चों की कमजोरी और बीमारी को
अनुवांशिक रोग घोषित कर दें
ताकि
शर्मशार होने से बच सकें तमाम ज़िम्मेदार ओहदे।
- रचनाकार : जनार्दन
- प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित
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