शांत रहें : संयम में असमर्थ कोई भी व्यक्ति कभी लेखक नहीं बना।
क्षमा असमर्थ मनुष्यों का गुण तथा समर्थ मनुष्यों का भूषण है।
शांत रहें : संयम में असमर्थ कोई भी व्यक्ति कभी लेखक नहीं बना।
क्षमा असमर्थ मनुष्यों का गुण तथा समर्थ मनुष्यों का भूषण है।