Font by Mehr Nastaliq Web

उद्धरण

उद्धरण श्रेष्ठता का संक्षिप्तिकरण हैं। अपने मूल-प्रभाव में वे किसी रचना के सार-तत्त्व सरीखे हैं। आसान भाषा में कहें तो किसी किताब, रचना, वक्तव्य, लेख, शोध आदि के वे वाक्यांश जो तथ्य या स्मरणीय कथ्य के रूप में प्रस्तुत किए जाते हैं, उद्धरण होते हैं। भाषा के इतिहास में उद्धरण प्रेरणा और साहस प्रदान करने का काम करते आए हैं। वे किसी रचना की देह में चमकती आँखों की तरह हैं, जिन्हें सूक्त-वाक्य या सूक्ति भी कहा जाता है। संप्रेषण और अभिव्यक्ति के नए माध्यमों में इधर बीच उद्धरणों की भरमार है, तथा उनकी प्रासंगिकता और उनका महत्त्व स्थापना और बहस के केंद्र में है।

1917 -1984

भारत की भूतपूर्व प्रधानमंत्री। भारतीय शासन और राजनीति में स्थायी योगदान के लिए उल्लेखनीय।

1724 -1804

प्रसिद्ध जर्मन दार्शनिक।

1903 -1982

सुपरिचित उपन्यासकार, कहानीकार और निबंधकार। उपन्यासों में मनोवैज्ञानिक यथार्थवाद के प्रयोग लिए उल्लेखनीय।

1818 -1883

समादृत रूसी कथाकार, उपन्यासकार, कवि, नाटककार और अनुवादक। 'ए स्पोर्ट्समैन्स स्केचेज़', 'फादर्स एंड सन्स', 'अ मंथ इन द कंट्री' आदि उल्लेखनीय कृतियाँ।