Font by Mehr Nastaliq Web

गजानन माधव मुक्तिबोध के उद्धरण

यथार्थवाद; जिसे आजकल वर्गवादी प्रगतिवाद कहते हैं, तभी तक ठीक है जब तक उसका लेखक अपनी स्फूर्ति, वास्तविक स्थिति से पाता है।