Font by Mehr Nastaliq Web

मैनेजर पांडेय के उद्धरण

वृंदावन की माधुर्यमयी लीला का मूल तत्त्व है प्रेम। इस लीला के अनुसार प्रेम ही ईश्वर है और ईश्वर प्रेममय है।