Font by Mehr Nastaliq Web

गजानन माधव मुक्तिबोध के उद्धरण

साहित्य-क्षेत्र में सामान्य जनता तभी सक्रिय हो उठती है, जब उसमें कोई व्यापक सांस्कृतिक आंदोलन चल रहा हो। ऐसा आंदोलन, जो उसके आत्म-गौरव और आत्मगरिमा को स्थापित और पुनस्थापित कर रहा हो।