Font by Mehr Nastaliq Web

जयशंकर प्रसाद के उद्धरण

'सदैव प्रस्तुत रहो' का महामंत्र मेरे जीवन का रहस्य है—दुख के लिए, सुख के लिए, जीवन के लिए और मरण के लिए।