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लास्ज़लो क्रास्ज़्नाहोरकाई के उद्धरण

मनुष्यों को होने वाले अनुभव कभी नहीं बदलते। जवानी, बुढ़ापा और फिर एक दिन मृत्यु—ये सबकुछ सदियों के बाद भी नहीं बदला है। ये सारी चीजें ज्यों की त्यों हैं।

अनुवाद : राकेश कुमार मिश्र