Font by Mehr Nastaliq Web

गजानन माधव मुक्तिबोध के उद्धरण

लेखक-कलाकार भले ही इस तथ्य को अस्वीकार कर दे कि वह बाह्म अनुरोधों या आग्रहों को कदापि नहीं मानता, किंतु सच तो यह है कि वह अपने ढंग से उन्हें किसी न किसी रूप में स्वीकार करता रहता है।