Font by Mehr Nastaliq Web

रवींद्रनाथ टैगोर के उद्धरण

कविता को अनुप्राणित करनेवाला एक विचार होता है, वही कविता का मध्य बिंदु कहलाता है। सुंदर कविता वही है जिसका प्रत्येक शब्द इस बिंदु को छूता हो। इस केंद्रीय कल्पना को कविता में अनुभव करने के बाद ही, पाठक कविता का पूरा रसास्वादन कर सकता है।

अनुवाद : सत्यकाम विद्यालंकार