Font by Mehr Nastaliq Web

गजानन माधव मुक्तिबोध के उद्धरण

जिस लेखक के काव्य में जितनी ही अधिक दुःखात्मक अनवस्था व्यक्त होती है, उसे मानवीय सहानुभूति और प्रेम की उतनी ही अधिक आवश्यकता होती है।