Font by Mehr Nastaliq Web

श्रीलाल शुक्ल के उद्धरण

आसमान का कोई रंग नहीं, उसका नीलापन फ़रेब है। बेवकूफ़ लोग बेवकूफ़ बनाने के लिए बेवकूफ़ों के ख़िलाफ़ बेवकूफ़ी करते हैं।