गद्य
हिंदी की गद्य-परंपरा से विभिन्न विधाओं की रचनाओं का संग्रह
सआदत हसन मंटो
सूज़न सॉन्टैग
सुप्रसिद्ध अमेरिकी लेखिका, निबंधकार, सांस्कृतिक आलोचक, विचारक और फ़िल्ममेकर।
संजय कुंदन
नवें दशक में सामने आए हिंदी के महत्त्वपूर्ण कवि-कथाकार और पत्रकार। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।
संजीव
जनवादी-धारा के प्रमुख कथाकार। बाल-साहित्य के लिए भी उल्लेखनीय। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
सत्यजीत रे
सुदर्शन
प्रेमचंद-प्रसाद युग के कवि-कथाकार। ‘हार की जीत’ कहानी के लिए चर्चित।
सुभद्राकुमारी चौहान
सुप्रसिद्ध कवयित्री। 'झाँसी की रानी' कविता के लिए स्मरणीय।
सुभाष चंद्र बोस
सैमुअल जॉनसन
सैमुअल स्माइल्स
19वीं शताब्दी के सुप्रसिद्ध स्कॉटिश लेखक और समाज सुधारक। 'सेल्फ़-हेल्प' कृति के लिए उल्लेखनीय।
सैम्युअल टेलर कॉलरिज
सैम्युअल मथाई
शिक्षाविद, आलोचक, कला-समीक्षक, अनुवादक और रेडियो वार्ताकार।
सुमित्रानंदन पंत
छायावाद के आधार स्तंभों में से एक। 'प्रकृति के सुकुमार' कवि। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
नई कविता दौर के कवि और व्यंग्यकार। रचनाओं में में आड़ी-तिरछी लकीरों, चिन्हों के वृहत प्रयोग के लिए चिह्नित।
सुरेंद्र चौधरी
सुप्रसिद्ध आलोचक। कहानी आलोचना में अपने योगदान के लिए उल्लेखनीय।
सुरेंद्र वर्मा
सरदार पूर्ण सिंह
आधुनिक पंजाबी-काव्य के प्रमुख कवि। द्विवेदी युग के श्रेष्ठ निबंधकार। 'मज़दूरी और प्रेम' निबंध के लिए उल्लेखनीय।
सरदार वल्लभ भाई पटेल
सूरदास
ब्रजभाषा के श्रेष्ठ कृष्णभक्त कवि। पुष्टिमार्गीय अष्टछाप कवि। वात्सल्य रस के सम्राट।
सरमद काशानी
सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'
छायावादी दौर के चार स्तंभों में से एक। समादृत कवि-कथाकार। महाप्राण नाम से विख्यात।
सर्वेपल्लि राधाकृष्णन
सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
आधुनिक हिंदी कविता के प्रमुख कवि और नाटककार। अपनी पत्रकारिता के लिए भी प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
सेल्मा लेगरलोफ
स्वदेश दीपक
अत्यंत प्रतिष्ठित और प्रशंसित कथाकार व नाटककार। 'मैंने मांडू नहीं देखा' और 'कोर्टमार्शल' बहुचर्चित पुस्तकें। असमय अलक्षित।
स्वयं प्रकाश
आठवें दशक के महत्वपूर्ण कथाकार। कई पुस्तकें प्रकाशित।
स्वामी आनंद
स्वामी विवेकानन्द
आध्यात्मिक गुरु, विचारक और समाज सुधारक। पश्चिम में वेदांत और योग के प्रसार में योगदान।
सामंथा हार्वे
ब्रिटिश लेखिका। उनके उपन्यास 'ऑर्बिटल' के लिए 2024 का बुकर पुरस्कार।
सिग्रिड उंडसेट
सिमोन द बोउवार
सुप्रसिद्ध नारीवादी दार्शनिक, लेखिका और सामाजिक विचारक। 'द सेकंड सेक्स' कृति के लिए उल्लेखनीय।