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गद्य

हिंदी की गद्य-परंपरा से विभिन्न विधाओं की रचनाओं का संग्रह

सुप्रसिद्ध अमेरिकी लेखिका, निबंधकार, सांस्कृतिक आलोचक, विचारक और फ़िल्ममेकर।

नवें दशक में सामने आए हिंदी के महत्त्वपूर्ण कवि-कथाकार और पत्रकार। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित कहानीकार-पत्रकार। दो कहानी-संग्रह प्रकाशित। 'पिंटी का साबुन' कहानी के लिए चर्चित।

सुपरिचित कथाकार। 'हंस' पत्रिका के संपादक।

जनवादी-धारा के प्रमुख कथाकार। बाल-साहित्य के लिए भी उल्लेखनीय। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

महाराष्ट्र के संत कवि। भक्ति के अभंग पदों के लिए प्रसिद्ध।

प्रेमचंद-प्रसाद युग के कवि-कथाकार। ‘हार की जीत’ कहानी के लिए चर्चित।

सुपरिचित कवयित्री और कथाकार। अनुवाद-कार्य और संपादन में भी सक्रिय।

सुप्रसिद्ध कवयित्री। 'झाँसी की रानी' कविता के लिए स्मरणीय।

19वीं शताब्दी के सुप्रसिद्ध स्कॉटिश लेखक और समाज सुधारक। 'सेल्फ़-हेल्प' कृति के लिए उल्लेखनीय।

शिक्षाविद, आलोचक, कला-समीक्षक, अनुवादक और रेडियो वार्ताकार।

छायावाद के आधार स्तंभों में से एक। 'प्रकृति के सुकुमार' कवि। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

नई कविता दौर के कवि और व्यंग्यकार। रचनाओं में में आड़ी-तिरछी लकीरों, चिन्हों के वृहत प्रयोग के लिए चिह्नित।

सुप्रसिद्ध आलोचक। कहानी आलोचना में अपने योगदान के लिए उल्लेखनीय।

सुप्रसिद्ध हास्य कवि।

आधुनिक पंजाबी-काव्य के प्रमुख कवि। द्विवेदी युग के श्रेष्ठ निबंधकार। 'मज़दूरी और प्रेम' निबंध के लिए उल्लेखनीय।

ब्रजभाषा के श्रेष्ठ कृष्णभक्त कवि। पुष्टिमार्गीय अष्टछाप कवि। वात्सल्य रस के सम्राट।

छायावादी दौर के चार स्तंभों में से एक। समादृत कवि-कथाकार। महाप्राण नाम से विख्यात।

हिंदी की अग्रणी एवं सुप्रतिष्ठित रचनाकार।

आधुनिक हिंदी कविता के प्रमुख कवि और नाटककार। अपनी पत्रकारिता के लिए भी प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

अत्यंत प्रतिष्ठित और प्रशंसित कथाकार व नाटककार। 'मैंने मांडू नहीं देखा' और 'कोर्टमार्शल' बहुचर्चित पुस्तकें। असमय अलक्षित।

आठवें दशक के महत्वपूर्ण कथाकार। कई पुस्तकें प्रकाशित।

अपभ्रंश भाषा के 'वाल्मीकि'। रामकाव्य 'पउमचरिउ' से चर्चित।

आध्यात्मिक गुरु, विचारक और समाज सुधारक। पश्चिम में वेदांत और योग के प्रसार में योगदान।

ब्रिटिश लेखिका। उनके उपन्यास 'ऑर्बिटल' के लिए 2024 का बुकर पुरस्कार।

‘कर्मनाशा’ कविता-संग्रह के कवि। बतौर अनुवादक भी उल्लेखनीय।

सुप्रसिद्ध नारीवादी दार्शनिक, लेखिका और सामाजिक विचारक। 'द सेकंड सेक्स' कृति के लिए उल्लेखनीय।