1879 - 1918 | अलीगढ़, उत्तर प्रदेश
भारतेंदु युग के कवि। ब्रजभाषा काव्य-परंपरा के अंतिम कवियों में से एक।
भारतेंदु युग के कवि। ब्रजभाषा काव्य-परंपरा के अंतिम कवियों में से एक।
जश्न-ए-रेख़्ता (2022) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।
फ़्री पास यहाँ से प्राप्त कीजिए