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जैनेंद्र कुमार

1905 - 1988

प्रेमचंदोत्तर युग के समादृत कथाकार, उपन्यासकार और निबंधकार। गद्य में मनोविश्लेषणात्मक परंपरा के प्रवर्तक।

प्रेमचंदोत्तर युग के समादृत कथाकार, उपन्यासकार और निबंधकार। गद्य में मनोविश्लेषणात्मक परंपरा के प्रवर्तक।

जैनेंद्र कुमार की ई-पुस्तक

जैनेंद्र कुमार की पुस्तकें

5

जयवर्धन

1965

जैनेन्द्र की कहानियाँ (छठा भाग)

मन्थन

तात्त्विक निबंध

साहित्य का श्रेय और प्रेय

तपोभूमि

1985

Recitation

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