बालमुकुंद गुप्त की संपूर्ण रचनाएँ
कविता 25
गीत 1
पद 6
निबंध 11
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होली है आनंद की
होली हिंदू जीवन का आनंद है। जीवन में यदि आनंद न हो तो वह किस काम का? जिये सो खेले फाग, मरे सो लेखे लाग। मानो जीवन का सुख होली है और जीना है तो ह
By बालमुकुंद गुप्त | 07 अक्तूबर 2023