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मेरे दोस्त

mere dost

वसुंधरा यादव

अन्य

अन्य

वसुंधरा यादव

मेरे दोस्त

वसुंधरा यादव

और अधिकवसुंधरा यादव

    तुम फूलों के शहर में मिले मुझे

    तुम इतने शांत थे कि तुम्हें शांत रहकर ही सालों सुना मैंने

    और तुम्हारे चुने फूलों को सहेज कर रखा

    तुम कहते कि बस्तर में जंगल बारूद से भर गए है

    गई रात लाशों को सर पर उठाए जंगल रोते हैं

    और रूलाई तुम्हारी छाती में धंस जाती है

    जंगल में हर रोज गुजरती है रंगीन गाडियाँ

    जो तुम्हारे दोस्त के ख़ून से तरबतर है

    वे पहले तुम्हारे दोस्त के दोस्त को मारेंगे

    फिर एक दिन तुम्हें बारूद चुनते देखकर लौट जाने के लिए कहेंगे

    वे जानते हैं तुम फूलों के देश से आए हो

    अपने दोस्त की मौत पर उठा लोगे बंदूक

    भूल जाओगे अपनी प्रेमिका को

    किसी शाम आकर तुम्हारे कान में कहेंगे

    तुम्हारी प्रेमिका के शहर में अमलतास झरते हैं।

    स्रोत :
    • रचनाकार : वसुंधरा यादव
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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