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भाड़े का बिल

bhaDe ka bil

अनुवाद : सुरेश सलिल

हंस माग्नुस एन्त्सेंसबर्गर

अन्य

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और अधिकहंस माग्नुस एन्त्सेंसबर्गर

    एक निकम्मी तिपहर, आज

    अपने घर में, रसोई के खुले दरवाज़े से मैं देखता हूँ

    दूध का एक बर्तन, खाने की चीज़ें काटने की एक तख़्ती

    बिल्ली के लिए एक रक़ाबी

    मेज़ पर एक तार पड़ा हुआ

    मेरा अनपढ़ा

    एम्स्टर्डम के एक संग्रहालय में

    एक पुरानी तस्वीर में, रसोई के खुले दरवाज़े से

    मैंने देखा

    दूध का एक बर्तन, ब्रेड की एक टोकरी

    बिल्ली के लिए एक रक़ाबी

    मेज़ पर एक ख़त पड़ा हुआ

    मेरा अनपढ़ा।

    मस्कवा पर स्थित एक दाचे में

    कुछेक हफ़्ते पहले, रसोई के खुले दरवाज़े से मैंने देखी

    ब्रेड की एक टोकरी, खाने की चीज़ें काटने की एक तख़्ती

    बिल्ली के लिए एक रक़ाबी।

    मेज़ पर एक अख़बार पड़ा हुआ

    मेरा अनपढ़ा।

    रसोई के खुले दरवाज़े से मैं देखता हूँ

    सतह पर फैला दूध,

    काटने की तख़्ती पर तीस सालों की जंगों के परख़चे

    रॉकेट-रोधी रॉकेट

    ब्रेड की टोकरियाँ

    वर्गयुद्ध।

    बाएँ कोने में नीचे पड़ी हुई

    दिखाई देती है बिल्ली के लिए एक रक़ाबी।

    स्रोत :
    • पुस्तक : रोशनी की खिड़कियाँ (पृष्ठ 379)
    • रचनाकार : हंस माग्नुस एन्त्सेंसबर्गर
    • प्रकाशन : मेधा बुक्स
    • संस्करण : 2003

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