एक संज्ञान सिद्धांत का मॉडल
ek sangyan siddhant ka mauDal
हंस माग्नुस एन्त्सेंसबर्गर
Hans Magnus Enzensberger

एक संज्ञान सिद्धांत का मॉडल
ek sangyan siddhant ka mauDal
Hans Magnus Enzensberger
हंस माग्नुस एन्त्सेंसबर्गर
और अधिकहंस माग्नुस एन्त्सेंसबर्गर
यहाँ तुम्हारे लिए एक बक्सा है
एक बड़ा बक्सा,
उस पर लेबल लगा है
'बक्सा'।
उसे खोलो और तुम्हें उसमें एक बक्सा मिलेगा।
उस पर लेबल लगा होगा :
'बक्सा' लेबल वाले बक्से में से
निकला 'बक्सा',
उसके अंदर देखो
(मेरा आशय अब इस बक्से से है
उस वाले से नहीं),
और तुम्हें एक बक्सा मिलेगा
उस पर लेबल लगा होगा
'इत्यादि'।
और अगर इसी तरह तुम आगे भी करते रहे
तो अनंत प्रयत्नों के बाद
तुम्हें एक अत्यधिक छोटा
बक्सा मिलेगा
जिस पर एक इतना छोटा लेबल लगा होगा
कि उसके अक्षर तुम्हारे देखते-देखते अदृश्य हो जाएँ।
यह एक ऐसा बक्सा है
जिसकी तुम कल्पना-भर कर सकते हो—
एक बिल्कुल ख़ाली
बक्सा।
- पुस्तक : रोशनी की खिड़कियाँ (पृष्ठ 381)
- रचनाकार : हंस माग्नुस एन्त्सेंसबर्गर
- प्रकाशन : मेधा बुक्स
- संस्करण : 2003
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