Font by Mehr Nastaliq Web

अगर मेरी आवाज़

agar meri avaz

अनुवाद : तनुज

रफ़ाइल अलबर्ती

अन्य

अन्य

रफ़ाइल अलबर्ती

अगर मेरी आवाज़

रफ़ाइल अलबर्ती

और अधिकरफ़ाइल अलबर्ती

    अगर मेरी आवाज़ त्याग दे भूमि पर प्राण,

    इसे ले जाना तुम समुद्र के नीचे

    और छोड़ आना वहाँ किनारे के पास…

    ले जाना इसे तुम समुद्र के नीचे

    और घोषित करना तुम मेरी इस आवाज़ को

    गोरों के युद्ध में उस जहाज़ का सरदार।

    ओह! मेरी सुशोभित सुंदर आवाज़

    तुम्हें पाता हूँ मैं,

    तुम्हारे नवीन अधिकार-चिह्न के साथ।

    मेरे हृदय पर जैसे ठहरी हुई एक आस्था

    सितारों के ऊपर, हवाओं के ऊपर

    ऊपर इन हवाओं के मानो एक पंख…

    स्रोत :
    • पुस्तक : सदानीरा पत्रिका
    • संपादक : अविनाश मिश्र
    • रचनाकार : रफ़ाइल अलबर्ती

    Additional information available

    Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

    OKAY

    About this sher

    Close

    rare Unpublished content

    This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

    OKAY