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अगर मैं एक किसान पैदा हुआ होता

agar main ek kisan paida hua hota

अनुवाद : तनुज

रफ़ाइल अलबर्ती

अन्य

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रफ़ाइल अलबर्ती

अगर मैं एक किसान पैदा हुआ होता

रफ़ाइल अलबर्ती

और अधिकरफ़ाइल अलबर्ती

    अगर मैं एक किसान पैदा हुआ होता

    या मेरा जन्म होता एक मल्लाह के घर,

    मुझे यहाँ रहने की क्यों ज़रूरत आन पड़ती?

    और अगर यह वह सही जगह नहीं है

    तो मैं कहाँ रहना चाहता हूँ?

    सबसे सुंदर शहर और दिन

    जिसके लिए मैंने शायद ही कभी प्रार्थना की हो…

    सबसे शानदार दिन—ख़ामोशी!

    मैं वहाँ ओझल हो चुका होऊँगा!

    स्रोत :
    • पुस्तक : सदानीरा पत्रिका
    • संपादक : अविनाश मिश्र
    • रचनाकार : रफ़ाइल अलबर्ती

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