Font by Mehr Nastaliq Web

हिन्दवी शब्दकोश

हिंदी शब्द के अर्थ जानने के लिए हिंदी डिक्शनरी में अपना शब्द टाइप कीजिए। इस शब्दकोश के ज़रिए जुड़िए और सुझाव दीजिए हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के व्यापक शब्दकोश को।

वराहमिहिर

  • शब्दभेद : संज्ञा

वराहमिहिर का हिंदी अर्थ

  • ज्योतिष के एक प्रधान आचार्य जिनके बनाए बृहत्संहिता, पंचसिद्धांतिका और वृहजातक नामक ग्रंथ प्रचलित हैं ।विशेष—इनके समय के संबंध में अनेक प्रकार के प्रवाद कुछ वचनों के आधार पर प्रचलित हैं । जैसे,—ज्योतिर्विदाभरण के एक श्लोक में कालिदास, धन्वंतरि आदि के साथ वराहमिहिर भी विक्रम की सभा के नौ रत्नों में गिनाए गए हैं । पर इन नौ नामों में से कई एक भिन्न भिन्न काल से सिद्ध हो चुके हैं । अतः यह श्लोक प्रमाण के योग्य नहीं । इसी प्रकार कुछ लोग ब्रह्मगुप्त के टीकाकार पृथुस्वामी के इस वचन का आश्रय लेते हैं—'नवा- धिक पंचशतसंख्य शाके वराहमिहिराचार्य्या दिवंगतः ।' और शक ५०९ में वराहमिहिर की मृत्यु मानते हैं । पर अपनी पंच- सिद्धांतिका में 'रोमकसिद्धांत' का 'अहर्गण' स्थिर करते हुए वराहमिहिर ने शक संवत् ४२७ लिया है । ज्योतिषी लोग अपना समय लेकर ही अहर्गण स्थिर करते हैं । अतः इससे ईसा की पाँचवी शताब्दी में वराहमिहिर का होना सिद्ध होता है । अपने बृहज्जातक के उपसंहाराध्याय में आचार्य ने अपना कुछ परिचय दिया है । उसके अनुसार ये अवंती (उज्जयिनी) के रहनेवाले थे । 'कायित्थ' स्थान में सूर्यदेव को प्रसन्न करके इन्होंने वर प्राप्त किया था । इनके पिता का नाम आदित्यदास था ।

हिन्दवी डिक्शनरी पर 'वराहमिहिर' से संबंधित विस्तृत अर्थ खोजिए।