लाहौर के रचनाकार

कुल: 7

हिंदी के प्रथम महाकवि। वीरगाथा काल से संबद्ध। ‘पृथ्वीराज रासो’ कीर्ति का आधार-ग्रंथ।

सिक्ख धर्म के चौथे गुरु। अमृतसर के संस्थापक।

‘अकविता’ आंदोलन के समय उभरे हिंदी के चर्चित कवि।

हिंदी कविता के आठवें दशक में उभरे सुपरिचित कवि-आलोचक।

सुपरिचित कवयित्री और कथाकार। अनुवाद-कार्य और संपादन में भी सक्रिय।

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

पास यहाँ से प्राप्त कीजिए