पंजाब के रचनाकार
कुल: 25
सुधा अरोड़ा
सुपरिचित कवयित्री और कथाकार। अनुवाद-कार्य और संपादन में भी सक्रिय।
शंकर शैलेंद्र
‘तू ज़िंदा है तो ज़िंदगी की जीत में यक़ीन कर...’ के रचयिता और लोकप्रिय गीतकार। सिनेमा और प्रगतिशील आंदोलन से संबद्ध।
विजया सिंह
हिंदी और अँग्रेज़ी दोनों में लेखन। सिनेमा में रुचि, शोध और निर्माण।
रामनारायण मिश्र
नागरी प्रचारिणी सभा के संस्थापक सदस्य और सभापति। भारतेंदु युग में साहित्यिक योगदान के लिए उल्लेखनीय।
रवींद्र कालिया
- जन्म : जालंधर
साठोत्तरी पीढ़ी के सुप्रसिद्ध गद्यकार। संपादक के रूप में उल्लेखनीय।
रमणिका गुप्त
हिंदी की प्रसिद्ध साहित्यकार। दलित और आदिवासी संवेदना के लिए उल्लेखनीय। ‘युद्धरत आम आदमी’ के संपादन के लिए भी चर्चित।
मोहन राकेश
- जन्म : अमृतसर
नई कहानी दौर के प्रसिद्ध कथाकार। नाट्य-लेखन के लिए भी प्रख्यात। संगीत नाटक अकादमी से सम्मानित।
मोनिका कुमार
सुपरिचित कवयित्री और अनुवादक। गद्य-लेखन में भी सक्रिय।
भाई गुरदास जी
आदिग्रंथ को सबसे पहले इन्होंने लिपिबद्ध किया। संस्कृत, ब्रजी, पंजाबी और फ़ारसी के ज्ञाता। इनके द्वारा हिंदी भाषा में रचित कवित-सवैयों को गुरु अर्जुनदेव ने 'गुरुबानी की कुंजी' कहा है।
बलराज साहनी
- जन्म : रावलपिंडी
नारायण स्वामी
- जन्म : रावलपिंडी
कृष्ण-भक्ति के संत कवि। सुकोमल भाषा और विलक्षण भाव-वर्णन के लिए स्मरणीय।
देवेंद्र सत्यार्थी
- जन्म : संगरूर
तेजी ग्रोवर
- जन्म : पठानकोट
सुपरिचित कवयित्री-कथाकार और अनुवादक। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।
गुरु अमरदास
- जन्म : अमृतसर
सिक्ख धर्म के तीसरे गुरु और आध्यात्मिक संत। जातिगत भेदभाव को समाप्त करने और आपसी सौहार्द स्थापित करने के लिए 'लंगर परंपरा' शुरू कर 'पहले पंगत फिर संगत' पर ज़ोर दिया।
अमृता प्रीतम
- जन्म : गुजराँवाला
- निवास : नई दिल्ली
पंजाबी की लोकप्रिय कवयित्री-लेखिका। भारतीय ज्ञानपीठ से सम्मानित।
अतुलवीर अरोड़ा
हिंदी कविता के आठवें दशक में उभरे सुपरिचित कवि-आलोचक।