पात्र-परिचय मोहन : एक विद्यार्थी दीनानाथ : एक पड़ोसी माँ : मोहन की माँ पिता : मोहन के पिता मास्टर : मोहन के मास्टर जी। वैद्य जी डॉक्टर तथा एक पड़ोसिन। (सड़क के किनारे एक सुंदर फ़्लैट में बैठक का दृश्य। उसका एक दरवाज़ा सड़कवाले बरामदे में खुलता
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जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली
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