गिरिधर कविराय की 10 प्रसिद्ध और सर्वश्रेष्ठ कुंडलियाँं

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मूसा कहै बिलार सौं

गिरिधर कविराय

मित्र-बिछोहा अति कठिन

गिरिधर कविराय

मोती लावन पिय गए

गिरिधर कविराय

साईं समय न चूकिये

गिरिधर कविराय

साईं अपने भ्रात को

गिरिधर कविराय

काची रोटी कुचकुची

गिरिधर कविराय

राजा के दरबार में

गिरिधर कविराय

साईं अवसर के पड़े

गिरिधर कविराय

कृतघन कबहुँ न मानहीं

गिरिधर कविराय

कमरी थोरे दाम की

गिरिधर कविराय

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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