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गुरु नानक के उद्धरण

क़ाज़ी बोलता है झुठ; खाता है घूस, ब्राह्मण करता है स्नान, जीव-हत्या के उपरांत। योगी है अंधा, जानता नहीं योग की युक्ति—तीनों ही पतन के बंधु।