Font by Mehr Nastaliq Web

भामह के उद्धरण

किसी कारणवश लोकोत्तर अर्थ का बोध कराने वाला जो वचन है, चमत्कारिक होने के कारण उसे अतिशयोक्त्ति कहा जाता है।

अनुवाद : रामानंद शर्मा