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लास्ज़लो क्रास्ज़्नाहोरकाई के उद्धरण

बुद्ध ने कहा है कि हमारे समझने के लिए कुछ भी नहीं है। इस तरह से कुछ मूलभूत चीज़ें कभी नहीं बदलती। मैं यहाँ पर मृत्यु के बारे में बात नहीं कर रहा, बल्कि मृत्यु के डर के बारे में बात कर रहा हूँ।

अनुवाद : राकेश कुमार मिश्र