Font by Mehr Nastaliq Web

रवींद्रनाथ टैगोर के उद्धरण

भारतीय विचारक यह मानते हैं कि मनुष्य की सच्ची मुक्ति अविद्या से मुक्ति पाना है।

अनुवाद : सत्यकाम विद्यालंकार