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श्रीलाल शुक्ल के उद्धरण

भारतीय कला में डॉक्टरेट लेने के बजाए; सुरसुंदरी पोज़वाले दो जीवंत स्तनों का सहारा पा लेना—अपने-आपमें एक महान् उपलब्धि है।