लेख
अनुपम मिश्र
परंपरागत जल स्रोतों के पुनरुद्धार और जल-संरक्षण के लिए चर्चित। 'आज भी खरे हैं तालाब' प्रसिद्ध कृति। 'गाँधी मार्ग' पत्रिका के संस्थापक-संपादक। गांधीवादी पर्यावरणविद्।
निदा फ़ाज़ली
हिंदी-उर्दू के समादृत कवि-गद्यकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
प्रहलाद अग्रवाल
रवींद्र केलेकर
लियो टॉलस्टॉय
वैश्विक साहित्य के सर्वाधिक प्रभावशाली और महान लेखकों में से एक। ‘वार एंड पीस’ और ‘आन्ना कारेनिना’ जैसी कालजयी कृतियों के लिए स्मरणीय।