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शेखर जोशी

1932 | उत्तराखंड

समादृत कथाकार। 'कोसी का घटवार' कहानी के लिए विशेष रूप से लोकप्रिय।

समादृत कथाकार। 'कोसी का घटवार' कहानी के लिए विशेष रूप से लोकप्रिय।

शेखर जोशी का परिचय

जन्म : 10/09/1932 | उत्तराखंड

‘कोशी का घटवार’ और ‘बदबू’ जैसी हिंदी की अन्यतम कहानियों के कहानीकार शेखर जोशी नई कहानी के दौर में वे अमरकांत के साथ नई कहानी के प्रचारित धड़े का प्रतिमुख प्रस्तुत करते थे। 

शेखर जोशी का जन्म 10 सितंबर 1932 को अल्मोड़ा जनपद (उत्तराखंड) के एक गाँव ओजियागाँव में एक किसान परिवार में हुआ।
प्रारंभिक शिक्षा अजमेर और देहरादून में हुई। इंटरमीडियेट की पढ़ाई के दौरान ही सुरक्षा विभाग में ई.एम.ई. अप्रेन्टिसशिप के लिए चयन।
सन् 1955 से 1986 तक एक सैनिक औद्योगिक प्रतिष्ठान में कार्यरत रहे। तत्पश्चात स्वैच्छिक रूप से पदत्याग कर स्वतंत्र लेखन में जुट गए। 
इनकी कहानी ‘कोशी का घटवार’ और ‘बदबू’ की हिंदी की अन्यतम कहानियों में गणना होती है। नई कहानी के दौर में वे अमरकांत के साथ नई कहानी के प्रचारित धड़े का प्रतिमुख प्रस्तुत करते थे। 

हिंदी संस्थान द्वारा 'महावीरप्रसाद द्विवेदी पुरस्कार' (1987) तथा 'साहित्य भूषण' (1995) से सम्मानित। प्रतिष्ठित पुरस्कार 'पहल सम्मान' (1997) से सम्मानित। 
प्रमुख प्रकाशित कृतियाँ :
कोसी का घटवार, साथ के लोग, हलवाहा, नौरंगी बीमार है, मेरा पहाड़, प्रतिनिधि कहानियाँ और एक पेड़ की याद।

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