1890 - 1963 | आगरा, उत्तर प्रदेश
पारसी रंगमंच शैली के लोकप्रिय हिंदी नाटककार। ‘राधेश्याम रामायण’ कृति के लिए उल्लेखनीय।
पारसी रंगमंच शैली के लोकप्रिय हिंदी नाटककार। ‘राधेश्याम रामायण’ कृति के लिए उल्लेखनीय।
जश्न-ए-रेख़्ता (2022) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।
फ़्री पास यहाँ से प्राप्त कीजिए