1952 | दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल
सुप्रतिष्ठित नेपाली कवि। ‘किनारीकृत लेखन अभियान’ के प्रणेता। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
सुप्रतिष्ठित नेपाली कवि। ‘किनारीकृत लेखन अभियान’ के प्रणेता। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
जश्न-ए-रेख़्ता (2022) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।
फ़्री पास यहाँ से प्राप्त कीजिए