काव्य की आठ माताएँ
राजशेखर ने अपनी काव्य-मीमांसा में काव्य की आठ माताओं का उल्लेख किया है जैसा कि निम्नलिखित पद्य से स्पष्ट है—
स्वास्थ्यं प्रतिभाऽभ्यासो, भक्तिर्विद्वत्कथा बहुश्रुतता।
स्मृतिदार्ढ्यम्निर्वेदश्च, मातरोऽष्टौ कवित्वस्य॥
अर्थात् स्वास्थ्य, प्रतिभा,