Font by Mehr Nastaliq Web
noImage

जॉन मिल्टन

1608 - 1674

जॉन मिल्टन के उद्धरण

जो केवल खड़े रहते हैं तथा प्रतीक्षा करते हैं, वे भी सेवा करते हैं।

सब विद्वत्ता व्वर्थ है और दर्शनशास्त्र मिथ्या है।

Recitation