उत्तर प्रदेश के रचनाकार
कुल: 145
- निवास : ग़ाज़ीपुर
संत यारी के शिष्य और गुलाल साहब और संत जगजीवन के गुरु। सुरत शब्द अभ्यासी सरल चित्त संतकवि।
बिहारिनिदेव
रसिक और संगीत प्रेमी भक्त कवि। 'हरिदासी संप्रदाय' से संबद्ध।
रीतिकाल के महत्त्वपूर्ण कवि। 'नवरसतरंग' कीर्ति का आधार ग्रंथ। भावों का सरस प्रवाह और गहरी भावुकता, चित्रांकन की मार्मिकता, और चित्रण की संश्लिष्टता के लिए ख्यातनाम।
बसंत त्रिपाठी
नवें दशक के कवि-लेखक। ‘सहसा कुछ नहीं होता’ उल्लेखनीय कविता-संग्रह।
बंग महिला
- जन्म : बनारस
- निवास : बनारस
- निधन : मिर्ज़ापुर
हिंदी-नवजागरण की पहली लेखिका, जो 'बंग महिला' छद्मनाम से लिखती थीं। वास्तविक नाम राजेंद्रबाला घोष। हिन्दी की आरंभिक कहानियों में इनकी कहानी 'दुलाई वाली' भी शामिल।
बनारसी दास
भक्तिकालीन कवि और गद्यकार। हिंदी की पहली आत्मकथा 'अर्द्धकथानक' के लिए स्मरणीय।
बालकृष्ण शर्मा नवीन
द्विवेदीयुगीन कवि, पत्रकार और स्वतंत्रता सेनानी। पद्मभूषण से सम्मानित।
बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन'
भारतेंदु युग के सुपरिचित लेखक। इनका स्मरण हिंदी साहित्य के प्रथम उत्थान का स्मरण है।