पेड़ जो बँटवारे से बच गए

ped jo bntware se bach gaye

जुवि शर्मा

जुवि शर्मा

पेड़ जो बँटवारे से बच गए

जुवि शर्मा

और अधिकजुवि शर्मा

    हमारी कई पीढ़ियों का केवल एकमात्र साक्षी

    जिसे सब याद है

    केवल बोलता नहीं

    तथागत की तरह दशकों से

    अथाह समाधि में लीन

    उसने ब्याह देखें,

    प्रसूतावस्था से लेकर घुटबल चलते बच्चे देखे

    लड़ाई, झगड़ा, सूतक और पातक देखे

    देश का बँटवारा पहले हुआ था

    बाद में घर का

    भाइयों में बीच की दीवार देखी

    चोरी सीनाज़ोरी सब देखी

    फिर भी रेगिस्तानी बालू में

    समंदर-सा लहलहाता तटस्थ है

    उसने मेरे पिताजी का

    और हम भाई-बहनों का बचपन भी देखा था

    उसने गाँव से शहर का पलायन देखा

    मुझे लगता है

    वह शायद हमारे पूर्वजों को भी देख पाता होगा क्या?

    पौष की हाड़ गलाने वाली

    सर्दी, आँधी, तूफ़ान, बवंडर...

    सब कुछ झेलता है

    माँ कह रही थी

    जाटी की उम्र सौ बरस से भी अधिक होती है

    वह दिग्-दर्शक है

    धर्म और अधर्म देखा

    अंततः

    जो पेड़ फल नहीं देते

    वे बँटवारे से बच गए...

    स्रोत :
    • रचनाकार : जुवि शर्मा
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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