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महत्वपूर्ण ई नहि...

mahatvpurn ii nahi. . .

मुख्तार आलम

अन्य

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मुख्तार आलम

महत्वपूर्ण ई नहि...

मुख्तार आलम

और अधिकमुख्तार आलम

    फुटपाथपर

    प्रचण्ड जाड़मे

    हाड़ पाँजरमे पैसल

    कटकटाइत दाँतसँ

    कने आगिक खोज करैत

    भूखल, नांगट

    बेघर लोक जे

    कतेको महल

    ठाढ़ करबाक

    गबाह अछि

    जराओल जाइत अछि

    नवकनियाँ

    दहेजक आगिमे

    बाँचल असंख्य

    पतिसँ प्रताड़ित

    बाँचल-खुचल

    सोना गाछीसँ

    खिरयाही धरि

    देह धंधामे लिप्त

    चाकरीक लेल

    सौंसे दुनिया औनाइत

    कलकत्ता, सूरत, लुधियाना

    गुड़गाँव, बंगलौर आदि

    शहरक

    गल्ली-कुच्चीमे धूरा फाँकैत

    हमरा गामक नवजुबक

    होटलमे

    गैरेजमे

    बस स्टैण्डपर

    ठेकापर

    चाह-पानक दोकानपर

    किराना स्टोरपर

    अहर्निश खटैत

    कनकिरबा सभ

    बाढ़िमे साले-साल

    दहाबैत भासैत

    माल-महींस फसिल

    बिलबिलाइत जिनगी

    ओकरा लेल महत्वपूर्ण नहि छै

    महत्वपूर्ण इहो नहि कि

    व्यस्ततम सड़कक कातमे

    चिल्ह-गैल्ह

    कौआ, कुकूर आदिसँ

    नोचल जाइत

    जीवित नेनाकेँ बचौनाइ

    आइ सभसँ बेसी

    महत्वपूर्ण छै

    सुनेनाइ बड़का-बड़का भाषण

    न्यूज चैनलपर रहरहाँ डिबेट

    हुनकर मोनक बात

    बाउ हो,

    अपना देशक आब

    अल्लाहे मालिक छै!

    ओना अल्लाहोक दोख

    कम नहि छै...।

    स्रोत :
    • पुस्तक : परिचय बनैत शब्द (पृष्ठ 20)
    • रचनाकार : मुख्तार आलम
    • प्रकाशन : मुख्तार आलम
    • संस्करण : 2021

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