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डिक

Dik

हवा ने पत्थर को साफ़ धो-पोंछ दिया है।

हवा ने, ख़ामोशी ने,

हम और कुछ नहीं सिर्फ़ पत्थर के हृदय को सुनते हैं

ग़ुस्से और दर्द से धड़कता हुआ

भारी, धीमा, लगातार।

भरपूर पत्थर

भरपूर हृदय

हम उनका उपयोग करेंगे भविष्य के कारख़ाने बनाने में

नया मज़दूर वर्ग बनाने में

लाल स्टेडियम

और क्रांति के नायकों के लिए भव्य स्मारक बनाने में।

और बेशक, हम एक स्मारक डिक के लिए बनाना नहीं भूलेंगे

हाँ, हमारा कुत्ता डिक

जो तोपख़ाने के साथ था

जिसे जेल के संतरियों ने मार डाला

क्योंकि वह हम जलावतनों से बहुत प्यार करता था।

एक स्मारक डिक के लिए

वह पत्थर का कुत्ता

जिसके पिछले हिस्से में बहुत माँसपेशियाँ थीं

आँखों की जगह समर्पण की दो बूँदे थीं

जिसका ऊपरी होंठ थोड़ा उभरा हुआ था

उससे उसका बायाँ दाँत बाहर को झाँकता था

जैसे वह रात की एड़ी को काटने जा रहा हो

या जेल के संतरी की छाया को

या लालटेन से निकलने वाली लंबी, पतली शहतीरों को

जो हमारे शब्दों और हमारे हाथों के बीच

ख़ामोशी की तख़्ती रख देती थी।

साथियों, हम डिक को कभी नहीं भूलेंगे

अपने उस दोस्त को

जो रात में जेल के दरवाज़े के पास समुद्र की तरफ़

भौंकता था

और स्वाधीनता के नंगे पैरों को,

अपने उठे हुए कानों के ऊपर सुबह के तारे की

सुनहरी मक्खी को खरोंचता हुआ हमें सुलाता था।

डिक अब अनंत शांति में सोया है

हमेशा के लिए अपना बायाँ दाँत दिखलाता हुआ।

शायद परसों फिर से उसकी आवाज़ सुनाई देगी

ख़ुश होकर किसी प्रदर्शन में भौंकते हुए

पताकाओं के नीचे आगे-पीछे डोलते हुए

शायद उसके बाएँ दाँत से एक पताका झूल रही हो

जिसमें लिखा हो, कान के पर्दो का नाश हो!

डिक तुम्हीं थे सबसे अच्छे कुत्ते

साथियों, हम उसे कभी नहीं भूलेंगे

हमारा कुत्ता जिसका ज़िक्र भी वे हमारी चिठ्ठियों में से निकाल देते थे

हमारा कुत्ता जिसे मार डाला गया

क्योंकि वह हमें बहुत प्यार करता था।

स्रोत :
  • पुस्तक : दरवाज़े में कोई चाबी नहीं (पृष्ठ 150)
  • संपादक : वंशी माहेश्वरी
  • रचनाकार : यानिस रित्सोस
  • प्रकाशन : संभावना प्रकाशन
  • संस्करण : 2020
हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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