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अहिबातक होरी

ahibatak hori

विजेता चौधरी

अन्य

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विजेता चौधरी

अहिबातक होरी

विजेता चौधरी

और अधिकविजेता चौधरी

    लाल अबीरक उड़ैत घनघोर बादल

    होलीक रंगीन बरखा

    हमरा एहू बर्ख रंगि नहि सकल

    हमर अहिबातक होरी

    चिताक कारी धुआँक रंगमे सराबोर भऽ

    निक्खर कारी भऽ गेल छैक

    कि सघन स्नानक बाद

    सभ रंग उतरिकऽ

    गंगाक जलमे प्रवाहित भऽ गेलैक

    तहिना रंगहीन छी हम

    कियेक रंगसभपर अपन नियंत्रण नहि होइत छैक

    मसानक अघोरी जकाँ

    मात्र छाउर लेपिकऽ

    हमहुँ तँ खेलि सकैत छी

    पिशाच होरी

    मुदा जीवित पिशाचक होरीमे

    बाँकी सभ रंग वर्जित छैक

    अहिबातक पुरहरि पातिलमे अंकित

    रंगीन चिड़ै-चुनमुनीक चित्रमे

    हरियर लालक सम्मिश्रण

    दुनूकेँ एकहि रंगमे रंगाओल जाइत छैक

    मुदा रंग उड़ल अहिबातक पातिलमे

    चुनमुनीक रंग मात्र कियेक उड़िकऽ

    पिठार सन उज्जर भऽ जाइत छैक

    सम्भवतः पिशाचक संस्करणमे

    जीवित पिशाचक लघु स्वरूप

    मुदा एहन पक्की रंगमे के रंगि देने छैक चिड़ै सभकेँ

    के देने छैक ओकरा सभकेँ जीवन भरि रंगीन रहबाक अधिकार

    हँ, फेरसँ कोनो दैवी कथा दोहरायल जेतैक

    बटवृक्षमे डोरिसँ सभ साल बन्हाइत

    सती सावित्रीक कथाक दुहाइ

    किंवा

    शिवक लेल पार्वतीक हवा खाऽकऽ लाखो जनम बितायल

    'सो कॉल्ड' तिलस्मी पौराणिक कथा सभक मायाजाल

    मुदा आब

    मात्र कोनो दन्तकथाक अनुसरणमे

    जिनगीक आहुति नहि हेतैक

    आब अबीरक गुलाबी होरीक लाल रंग लेपि

    मसानक क्षेत्रफलसँ बाहर

    निर्माण हेतैक

    जनमुक्त रंग केर खिस्सा-पिहानी सभ...।

    स्रोत :
    • पुस्तक : धाराक विरुद्ध (पृष्ठ 29)
    • रचनाकार : विजेता चौधरी
    • प्रकाशन : नवारम्भ
    • संस्करण : 2019

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