Font by Mehr Nastaliq Web

कविता संग्रह

हिंदी की काव्य-परंपरा

से विभिन्न काव्य-विधाओं की रचनाओं का विशाल-संग्रह

1.6K
Favorite

श्रेणीबद्ध करें

मुसलमान

देवी प्रसाद मिश्र

घर की याद

भवानीप्रसाद मिश्र

राम की शक्ति-पूजा

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

सरोज-स्मृति

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

सफ़ेद रात

आलोकधन्वा

मोचीराम

धूमिल

चाँद का मुँह टेढ़ा है

गजानन माधव मुक्तिबोध

गोली दाग़ो पोस्टर

आलोकधन्वा

तोड़ती पत्थर

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

ब्रह्मराक्षस

गजानन माधव मुक्तिबोध

सतपुड़ा के जंगल

भवानीप्रसाद मिश्र

टूटी हुई, बिखरी हुई

शमशेर बहादुर सिंह

नई खेती

रमाशंकर यादव विद्रोही

पतंग

संजय चतुर्वेदी

संगतकार

मंगलेश डबराल

बहनें

असद ज़ैदी

पहला चुंबन

अशोक वाजपेयी

नदी

कृष्ण कल्पित

फ़र्क़

आलोकधन्वा

कपड़े के जूते

आलोकधन्वा

ज़िलाधीश

आलोकधन्वा

हमने यह देखा

रघुवीर सहाय

लोग भूल गए हैं

रघुवीर सहाय

अम्न का राग

शमशेर बहादुर सिंह

चुका भी हूँ मैं नहीं!

शमशेर बहादुर सिंह

मरघट

रघुवीर सहाय

नागार्जुन के बाँदा आने पर

केदारनाथ अग्रवाल

एक नीला दरिया बरस रहा

शमशेर बहादुर सिंह

स्वच्छंद लेखक

रघुवीर सहाय

वह सलोना जिस्म

शमशेर बहादुर सिंह

उक्ति

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

लेकर सीधा नारा

शमशेर बहादुर सिंह

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

टिकट ख़रीदिए