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उनका आँखिन से

unka ankhin se

जगन्नाथ

जगन्नाथ

उनका आँखिन से

जगन्नाथ

और अधिकजगन्नाथ

    उनका आँखिन से झर गइल पानी

    हमरा आँखिन में भर गइल पानी

    खुद के ऐनक में देखके लागल

    जइसे, घइलन बा पर गइल पानी

    जिन्दगी का निसा चढ़ल बाटे

    उम्र के बा उतर गइल पानी

    हमरा रोवला के अर्थ लागल हऽ

    हमरा आँखिन के ढर गइल पानी

    कइसे शख्स, यार, जिन्दा बा

    जेकरा आँखिन के मर गइल पानी

    आग बन-बन के जे भी आइल हऽ

    जिन्दगी सबके कर गइल पानी

    हम आँखिन में बान्हि के रखलीं

    कइसे सगरो पसर गइल पानी

    स्रोत :
    • पुस्तक : खुद के तलाशत (पृष्ठ 16)
    • रचनाकार : जगन्नाथ
    • प्रकाशन : भोजपुरी साहित्य प्रतिष्ठान, पटना
    • संस्करण : 2015

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