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अवधी लोकगीत : खंत-मंत यक कउड़ी पावा

awadhi lokgit ha khant mant yak kauDi pawa

रोचक तथ्य

संदर्भ—बच्चों को टाँगों पर बैठाकर खेलाते समय।

खंत-मंत यक कउड़ी पावा।

कउड़ी लइ मैं गंग बहावा।।1।।

गंगा मइया बारूदीन।

बारू लइ मैं भुजवा दीन।।2।।

भुजवा हमको लावा दीन।

लावा-लावा बीनि चबावा।

ठोरी-ठोरी घसियरवै दीन।।3।।

घसियरवा हमका घास दीन।

घास लइ हम गइया दीन।

गइया हमको दुद्धा दीन।।4।।

दुद्धा लइ मैं खीर बनावा।

सब घर खावा, बिलरिया खवावा।।

तुम्हरे बियाहे मँ का बाजै?

धूतू-धूतू-धूतू-धूतू...।।5।।

स्रोत :
  • पुस्तक : हिंदी के लोकगीत (पृष्ठ 222)
  • संपादक : महेशप्रताप नारायण अवस्थी
  • प्रकाशन : सत्यवती प्रज्ञालोक
  • संस्करण : 2002
हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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