कर्नाटक के रचनाकार

कुल: 17

नई पीढ़ी की कवयित्री। ‘प्राचीन भारत में मातृसत्ता और यौनिकता’ शीर्षक पुस्तक उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवि-लेखक और अनुवादक। साहित्यिक पत्रकारिता से भी संबद्ध।

कन्नड़ के समादृत कवि, नाटककार और दलित कार्यकर्ता। दलित-बंडाया साहित्यिक आंदोलन में योगदान।

सुप्रतिष्ठित कन्नड़ कवि-लेखक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

कन्नड़ भाषा के सुप्रतिष्ठित कवि। नव्या कविता आंदोलन से संबद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

कन्नड़ भाषा के सुप्रतिष्ठित कवि-गद्यकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

कन्नड़ भाषा के समादृत कवि और इतिहासकार। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

कन्नड़ गीति-काव्य के समादृत कवि। नवोदय आंदोलन से संबद्ध। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

'राष्ट्रकवि' के रूप में सुप्रसिद्ध कन्नड़ कवि और समालोचक। समालोचना कृति के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

सुप्रसिद्ध कवि, उपन्यासकार और राजनयिक। मलयालम के साथ ही अँग्रेज़ी में लेखन।

कन्नड़ भाषा के सुपरिचित समालोचक-संपादक-लेखक।

कन्नड़ के प्रसिद्ध कवि-गद्यकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

कन्नड़ भाषा के युग कवि और राष्ट्रकवि के रूप में समादृत। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित कन्नड़ उपन्यासकार-कथाकार-कवि।

कन्नड़ के सुपरिचित कवि-लेखक। अपने संगीत नाटकों के लिए प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

कन्नड़ के सुपरिचित कवि-लेखक-साहित्येतिहासकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित कन्नड़ कवि-नाटककार-अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

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