बैंगलोर के रचनाकार

कुल: 6

नई पीढ़ी की कवयित्री। ‘प्राचीन भारत में मातृसत्ता और यौनिकता’ शीर्षक पुस्तक उल्लेखनीय।

'राष्ट्रकवि' के रूप में सुप्रसिद्ध कन्नड़ कवि और समालोचक। समालोचना कृति के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

कन्नड़ भाषा के सुपरिचित समालोचक-संपादक-लेखक।

कन्नड़ के प्रसिद्ध कवि-गद्यकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

कन्नड़ के सुपरिचित कवि-लेखक। अपने संगीत नाटकों के लिए प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित कन्नड़ कवि-नाटककार-अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

पास यहाँ से प्राप्त कीजिए