आरा के रचनाकार

कुल: 5

रीतिबद्ध के आचार्य कवि। काव्यांग-निरूपण में सिरमौर। शृंगार-निरूपण के अतिरिक्त नीति-निरूपण के लिए भी उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवयित्री और आलोचक। हिंदी कविता में स्त्रीवादी वैचारिकी के निर्माण में अहम भूमिका।

सुपरिचित कवि-पत्रकार। 'विलाप नहीं' चर्चित कविता-संग्रह।

नवें दशक में सामने आए हिंदी कवि। बाद में कहानियाँ भी लिखीं। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित कवि।

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