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सही लड़ाई जारी है
पर्वत और मैदानों में, खेतों में खलिहानों मेंअभी लड़ाई जारी है, सही लड़ाई जारी है।
बलबीर सिंह 'रंग'
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सुन्दर बिरहनि अध जरी
सुन्दर बिरहनि अध जरी, दुःख कहै मुख रोइ।जरि बरि कै भस्मी भई, धुंवा न निकसै कोइ॥
सुंदरदास
बलदेव खटिक
वह हरेक औरत से पूछता है तुमको क्या बीमारी है?अस्पताल तक पैदल चलो। गाड़ी ख़राब है
लीलाधर जगूड़ी
इकाई– VIII हिंदी नाटक
इसका प्रकाशन वर्ष 1974 ई. है।बकरी नाटक में दो अंक है, और प्रत्येक अंक में तीन-तीन दृश्य है।